बुधवार, 30 मई 2012
Meri Pagal Mohabbat
Meri Pagal Mohabbat Tumhein Yaad aayegi
Jab Chaand Sitare chamak rahey hon
Jab Yaadon k Phool Mehak rahey hon
Jab Deed ko Nain taras rahey hon
Jab Aankhon se Aansoo baras rahey hon
Meri Pagal Mohabbat Tumhein Yaad aayegi
Jab Tanhai se Dil Ghabraye ga
Jab Tumhein Akela-Pan Satayega
Jab koi Khuwab hi nahi ayega
Jab Phool Kitab mai hi reh jayega
Meri Pagal Mohabbat Tumhein Yaad ayegi ♥
----->R@vi
Folk Stories of UK :)
किस्से, कहानिया, लोक-कथाये-
अल्मोडा कुमाऊं का सबसे जागरुक शहर माना जाता है...
वहां के लोगों के ’स्मार्टनेस’ के कई किस्से हैं.
मुझे इनमें कोई हकीकत नजर नहीं आती लेकिन
गैर अल्मोडिया लोग इन्हें खूब प्रयोग करते हैं..
1. अल्मोडा के लोग दोस्तों और रिश्तेदारों से यह कहते हैं-
तुमार घर ऊंला त कि खिलाला?
हमार घर आला त कि ल्याला?
(आपके घर आयेंगे तो क्या खिलाओगे?
हमारे घर आओगे तो क्या लाओगे?)
२. जानवरों में भी यह स्मार्टनेस है-
एक बार अल्मोडिया बैल और गैर अल्मोडिया बैल
में कम्प्टीशन ठन गया.
कौन कितना ज्यादा पानी पी सकता है. २ बडे बर्तनों मे
पानी भर कर बैलों के सामने रख दिया गया. दोनों ने
पानी पीना शुरु किया. १० मिनट के बाद दूसरे बैल ने
गर्द्न उठा दी. देखा अल्मोडिया बैल पानी में मुंह डाल
कर पानी सुड्क रहा है.
उसने फिर पानी पीना शुरु कर दिया.
आधे घन्टे बाद अल्मोडा वाला बैल हटा तो दूसरा
बैल पानी पी-पी कर मर चुका था.
असल में अल्मोडा वाले बैल ने बर्तन में मुंह
डुबा के रखा और पानी पीने का बहाना रहा.
दूसरा बिचारा आधे घन्टे तक पानी
पीकर भगवान को प्यारा हो गया.
-------R@vi
कुछ कॉलेज छात्राओं का एक दल छुट्टियां मनाने
समंदर किनारे एक छोटे से शहर में गया।
एक पांच मंजिला होटल पर एक बोर्ड लगा था –
”केवल महिलाओं के लिये”।
उत्सुकतावश, समूचे दल ने उसी होटल में ठहरने
का निश्चय कर लिया।
होटल के मैनेजर ने उनका स्वागत करते हुये बताया –
”हमारे होटल में पांच मंजिलें हैं ।
हरेक मंजिल की विशेषता वहां लिखी हुई है।
आप घूमकर देख लीजिये और जहां भी मर्जी आये ठहरिये।”
पहली मंजिल पर लिखा ...हुआ था –
”इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष नाटे कद के हैं।”
लड़कियां हंसकर अगली मंजिल पर बढ़ गईं।
वहां लिखा हुआ था –
”इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष नाटे पर खूबसूरत हैं।”
यह मंजिल भी किसी को नहीं जमी।
वे तीसरी मंजिल की तरफ बढ़ गईं।
वहां की इबारत इस तरह थी –
”इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष लंबे हैं।”
लड़कियां इससे भी कुछ बेहतर चाहती थीं
इसलिये चौथी मंजिल की तरफ बढ़ गईं।
चौथी मंजिल पर लिखा हुआ था –
”इस मंजिल पर रहने वाले पुरुष लंबे और खूबसूरत हैं।”
यह मंजिल ठहरने की दृष्टि से पूरे दल को उपयुक्त
लगी परन्तु पांचवीं मंजिल पर क्या है
यह जानने के लिये वे आगे बढ़ गईं।
वहां भी एक इबारत लिखी हुई थी जो इस तरह थी –
”इस मंजिल पर कोई नहीं रहता है।
यह मंजिल केवल यह सिध्द करने के लिये बनाई
गई है कि महिला को किसी भी प्रकार से
सन्तुष्ट नहीं किया जा सकता”
------> Ravi
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