HERE YOU GET SHER O SHAYARI, LOVE SHAYARI, FUNNY SHAYARI, COOL SHAYARI, SHAYARI FOR BROKEN HEARTS, FRIENDSHIP SHAYARIS, MISSING YOU SHAYARI, DIRTY SHAYARI, MIRZA GHALIB SHAYARIS AND EVERYTHING. ITS AN UNIQUE MIXTURE OF DAYS FROM MIRZA GHALIB AND T O D A Y. HOPE YOU ENJOY ..... ---+}R@vi.
उङते काग़ज़, करते बयान्, इनकी भी किसी से दो पल पहले मुलाक़ात थी,
बढ़ चले क़दम, कनारे उन पटरियों कहानी जिनके रोज़ ये साथ थी,
फिर आएगी दूजी रेल, फिर चीरेगी ये सन्नाटा जैसे जिन्दगी से फिर मुलाक़ात थी,
---> रवि
पल पल हर पल कहता है ये पल . रुकना जिन्दगी नहीं , आ मेरे साथ चल. हाथ मेरे थाम ले तू ,जायेगा किस्मत बदल. पल पल हर पल कहता है ये पल . रोज बदल्ती दुनिया में ,कौन जाने क्या होगा कल. दुनिया की इस भरी मेहफिल में , तेरा भी है कुछ रोल. पल पल हर पल कहता है ये पल . छुटे जो साथ मेरा तो,रह जायोगे हाथ मल्.
पल पल हर पल कहता है ये पल . रुकना जिन्दगी नहीं , आ मेरे साथ चल.
--> रवि
कोई ठोकर लगी अचानक
जब-जब चला सावधानी से
पर बेहोशी में मंजिल तक
जा पहुँचा हूँ आसानी से
ये मौसम है पिने और पिलाने की .
ये रात है गजलेँ गुनगुनाने की .
गुलाब की पंखुरीयोँ सी कोमल ,
होठोँ को टकराने की .
हुश्न के शोलोँ को जला कर .
राख कर दो आज मुझे .
नैनो की खंजर चला कर .
छलनी कर दो आज मुझे .
लड़खड़ा रहे कदम मेरे .
बाहोँ मेँ तेरी गीरना है मुझे .
रूप की रानी सुनो .
इस अमृत प्याली को आज पिना है मुझे .
एक गुनाह कर ले जी करता .
आज रात पहली है मिलन .
इस चाँद को बंद कर लेगा " रवि " .
दिल की तिजौरी मेँ सनम ।
खुल क दिल से मिलो तो सज़ा देते है लोग ,
सचे जज्बात भी ठुकरा देते है लोग,
देख नहीं सकते तो इंसानों का मिलाना ,
बैठे हुए परिंदों को भी उदा देते हैं लोग .
---> रवि
मौत का भी इलाज हो शायद जिन्दगी का कोई इलाज नहीं ज़माना बढ़े शौक से सुन रहा था हमीं सो गये, दास्तां कहते कहते