शनिवार, 15 सितंबर 2018

याद तुझको ही दिन रात करने लगा ....
ठंढी आहेँ सुबह शाम भरने लगा ...

मैं दिवाना तेरे हुस्न का  ए जानेमन ...
तुझको बाँहों में भरने को मरने लगा ...

तन्हाई कुछ कम हो इस के लिए...
तेरी बातें दीवारों से करने लगा...

याद तेरी सताने लगी है मुझे...
उठ के रातों को चुपके से रोने लगा...

ग़म तेरा घेरे रहने लगा है मुझे ...
साइन में दर्द फिर से सताने लगा ...

तेरी बाँहों का सुख चैन Teri Banhon Ka Sukh Chaen O Jaan-E-Man....
Phir Se Paane Ko Main Hosh Khone Laga...

Mil Ke Uljhale Phir Gesoaon May Mujhe... Ab Judaai Se Teri Main Darne Laga....
-----> R@vi.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

The Most Shared Post

ravi1057 : tumse bat krna Acha lgta he

Jab kuch acha nahi lag raha ho Tab bhi tumse bat krna Acha lgta he  ❤️😊 #ravi1057 #RaviShilpi #15August #ravi #रवि #रविशंकर #Ravishan...