तेरे लिबास से मोहब्बत की हैं,
तेरे एहसास से मोहब्बत की हैं।।
तू मेरे पास नही फिर भी,
मैंने तेरी याद से मोहब्बत की हैं।।
कभी तू ने भी मुझे याद किया होगा,
मैंने उन लम्हों से मोहब्बत की हैं।।
जिन में हो सिर्फ तेरी और मेरी बातें,
मैंने उन अल्फ़ाज से मोहब्बत की हैं।।
जो महकते हो तेरी मोहब्बत से,
मैंने उन जज्बात से मोहब्बत की हैं।।
तुझ से मिलना तो अब एक ख्वाब लगता हैं,
इसलिए मैंने तेरे इन्तजार से मोहब्बत की हैं।।
---+}R@vi.