तू क्या जाने क्या है तन्हाई...
इस टूटे हुए पत्ते से पूछ , क्या होती है जुदाई...
इस टूटे हुए पत्ते से पूछ , क्या होती है जुदाई...
बेवाफ़ी का इलज़ाम न दे ज़ल्लिम
इस वक़्त से पूछ, किस वक़्त तेरी याद न आई ...
Tu Kya Jaane Kya Hai Tanhai
Is Toote Huve Patte Se Puchh, Kya Hai Judai
Bewafai Ka Ilzaam Na De Zaalim
Is Waqt Se Pucch, Kis Waqt Teri Yaad Na Aayi
-----> R@vi.
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