बे खबर हो गए हैं कुछ लोग हमसे ,
जो हमारी ज़रूरत को महसूस नहीं करते.....
कभी बहुत बातें किया करते थे हमसे ,
अब खैरियत तक मालूम नहीं करते....
Be-khabar ho gaye hai kuch log humse,
jo hamari zarurat ko mehsoos nahi karte...
kabhi bhot baaten kiya krte the hum se,
ab kheriyat tak maloom nahi karte...
जो हमारी ज़रूरत को महसूस नहीं करते.....
कभी बहुत बातें किया करते थे हमसे ,
अब खैरियत तक मालूम नहीं करते....
Be-khabar ho gaye hai kuch log humse,
jo hamari zarurat ko mehsoos nahi karte...
kabhi bhot baaten kiya krte the hum se,
ab kheriyat tak maloom nahi karte...
----> R@vi.
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