चाँद की जुदाई में आसमा भी तड़प गया ..
उसकी एक जहलक पाने को हर सितारा तरस गया...
बदल के दर्द को क्या कहूं रवि...
चाँद की याद में वो हस्ते हँसते बरस गया.....
Chand ki judai me aasma bhi tadap gaya.
Uski ek zhalak pane ko har sitara taras gaya
Badal ke Dard ko kya kahoo Ravi...
Chand ki yaad me vo haste haste baras gaya…
उसकी एक जहलक पाने को हर सितारा तरस गया...
बदल के दर्द को क्या कहूं रवि...
चाँद की याद में वो हस्ते हँसते बरस गया.....
Chand ki judai me aasma bhi tadap gaya.
Uski ek zhalak pane ko har sitara taras gaya
Badal ke Dard ko kya kahoo Ravi...
Chand ki yaad me vo haste haste baras gaya…
------>R@vi.
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