यूँ पलके बिछा कर तेरे इंतजार करते है,
ये वो गुनाह है जो हम बार बार करते हैं ....
जलाकर हसरत की रह पर चिराग ,
हम सुबह और शाम तेरे मिलने का इंतजार करते हैं....!!!
Yu Palke Bicha Kar Tera Intjar Karte Hai
Ye Wo Gunah Hai Jo Hum Bar Bar Karte Hai
Jalakar Hasrat Ki Rah Par Chirag
Hum Subah Aur Sham Tere Milane Ka Intjar Karte Hai..!!!
----> R@vi.
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