बुधवार, 8 जनवरी 2014

हम अपनी जान गंवा बैठे ।

मस्जिद तो हुई हासिल हमको,
खाली ईमान गंवा बैठे ।
मंदिर को बचाया लढ-भीडकर,
खाली भगवान गंवा बैठे ।
धरती को हमने नाप लिया,
हम चांद सितारों तक पहुंचे । 
कुल कायनात को जीत लिया,
खाली इन्सान गंवा बैठे । 
मजहब के ठेकेदारों ने..
 आज फिर हमे युं भडकाया । 
के काजी और पंडित जिन्दा थे,
हम अपनी जान गंवा बैठे ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

The Most Shared Post

ravi1057 : tumse bat krna Acha lgta he

Jab kuch acha nahi lag raha ho Tab bhi tumse bat krna Acha lgta he  ❤️😊 #ravi1057 #RaviShilpi #15August #ravi #रवि #रविशंकर #Ravishan...